आदि काशी डेस्क
यह वाराणसी के मणिकर्णिका घाट पर चिता की भस्म से खेली जाने वाली होली है, जो जीवन और मृत्यु के एकीकरण का प्रतीक है।
रंगभरी एकादशी के अगले दिन। 2025 में यह 11 मार्च को होगी।
यह मृत्यु को स्वीकार करने, भय से मुक्ति पाने और शिव की भक्ति का प्रतीक है।